खफ़ा होना तो एक बहाना था,
असल में तो उन्हें हमसे दूर जाना था।।-
16 OCT 2020 AT 9:45
बस अब बहुत हुई बंदिशें,इन्हे अब तोड़ना चाहते हैं
एक बार बस एक बार तुम्हें देखना चाहते हैं
देखते हुए छुपा लेना चाहते हैं इन आंखों में
और आंखों को बन्द कर चाहते हैं।-
14 OCT 2020 AT 8:27
होश उड़ जाये मुहब्बत कुछ ऐसी की थी
मगर वक़्त के साथ होश मेरे उड़ गए।-
14 OCT 2020 AT 7:09
अजीब है ना हम लोग भी
बेवफ़ाई सामने होती रहती है
और हमें दिखता भी नहीं।-
18 OCT 2020 AT 12:15
तमन्ना सिर्फ इतनी है कि एक रोज़
तेरे अंगुलियों में अपनी अगुलियां फंसा एक अनजान शहर घुम लूं।-
24 SEP 2020 AT 14:15
कितना मुश्किल होता है ना
अपनी आँखों के सामने,
अपनो के साथ गलत होते देखना,
और चाहकर भी कुछ न कर पाना।
कितना मुश्किल होता है ना।-
5 SEP 2020 AT 8:44
आज भी जब जब उन भीड़ भरी सड़कों को पार करते हैं
कसम से जाना तब तब तुम्हें याद करते हैं।
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30 SEP 2020 AT 15:57
क़दर सिर्फ तुमको नहीं है हमारी
उनसे पूछो जिनको ख़बर नहीं है हमारी।-