रिश्तों में दीप वफ़ा के जलाओ,
होंठों पे दीप दुआ के जलाओ।
जो बेवक़्त बिछुड़ गए हैं हमसे,
यादों के दीप सजा के जलाओ।
-कैप्टन आर "ग़ज़लयार"-
11 NOV 2023 AT 22:05
17 OCT 2024 AT 12:07
रिश्तों में दीप वफ़ा के जलाओ,
होंठों पे दीप दुआ के जलाओ।
जो बेवक़्त बिछुड़ गए हैं हमसे,
यादों के दीप सजा के जलाओ।
-कैप्टन आर "ग़ज़लयार"-