लिखने का शौक़ हमें न था
हमनें तो बस उन्हें पढ़ना चाहा
ज़ालिम सिलो का दगा ऐसा मिला
खुद - वख़ुद लिखना आ गया..!!-
31 OCT 2024 AT 19:44
28 OCT 2024 AT 22:29
टूटे दिलवालों की महफ़िल देखें जनाब
वहां आपको एक से एक मरीज़ मिलेंगे,
बंजर रेत सी सरजमीं मिलेंगे..
अधूरे ख्वाबों की उजरी बस्ती मिलेंगे!-
1 NOV 2024 AT 20:53
तलब है उसे किसी और की
खुदा करें उसे ऐसी तलब लगे-
ऐसी तलब लगे कि...
राह-ए-तलबगार बन जाए!!-
9 NOV 2024 AT 9:25
फ़साने बदल गए, ज़माने बदल गए
हम भी पहले से कहां रहे,उनकी ही तरह
हमारे तो तराने बदल गए..!!🍂-
30 OCT 2024 AT 19:18
शिकवे किससे करूं
सभी अहसान फरामोश बैठे हैं
सहारना किसकी लूं
सभी मौत- ए - ज़ाम तैयार बैठे हैं
जश्न किससे बाँटू
गिबत- ए - आम बैठे है-
11 NOV 2024 AT 16:10
बंद आंखो में हमने उनकी तस्वीर देखी
हाय! ये हमने क्या देख लिया,कहीं ख़्वाब तो नहीं 💝-
22 AUG 2020 AT 19:08
तुम्हारे बिना ये सफर अधूरा है
ज़रा कर दो मुकम्मल, तुम्हारे बिना💔-
21 AUG 2020 AT 15:16
हो बस अगर तुम हमारे सनम, हम तो सितारों पे रख दे क़दम
सारा जहां भूल जाए बस नगमे तेरे प्यार के गाते ही जाए...-