Bewajah adhuri kahani me ummid de rahi ho
zindagi kyo tum wahi zakhm bar bar de rahi ho-
"Zakham Bhar Jate Hain,
Mit Jati Hai Nishaan...
Bas Dard Reh Jaata Hai,
Lati Hai Tufan..."-
बातें बता रही हैं जख्म बहुत गहरा है.................
लगता है किसी अपने ने दिया है.........
वरना कहां कोई इतना ठहरा है....-
एक दिल मेरे दिल को ज़ख्म दे गया
जिंदगी भर जीने की कसम दे गया ।
लाखों फूलोँ में से एक फूल चुना हम ने
जो कांटो से भी गहरी चुभन दे गया ।-
हृदय,अंग में किंचित ही मानो;
छद्म पड़े ये घाव अनंत!
रणभूमि में करने युद्ध स्वयं से;
निहत्थे हथियार अनंत!
खिलने एक पुष्प सुकोमल;
चहु ओर पड़े शूल अनंत!
लाली-कजरा से श्रृंगार सजाये;
मुख में छिपे भाव अनंत!
कोमलता के ग्रंथों में,
कठोरता के पृष्ठ अनंत!
रंगमहल की चमक बन देखी;
अमावस-सी अँधियारी अनंत!
हृदय,अंग में किंचित मानो;
छद्म पड़े ये घाव अनंत!-
Log aksar kehte hain ke
Waqt har zakhm bhar deta hai..
Par kitab par dhul lagne se
Kahani kahan badalti hai-
कभी किसी के चेहरे को मत देखो
बल्कि उसके❤️DIL को देखो,
क्योंकि अगर ''सफेद'' रंग में
वफा होती
तो "नमक" जख्मों की दवा होती.!!
अल्फाज़🍁-
हम हमारी ज़ख्मों की
नुमाइश करना छोड़ दिये है
कितनो ने हमसे बेवफ़ाई की
ये गिना हम ने छोड़ दिये है-
Dil me zakhm hazaar hote hai....
Laakh chhupa lo ghamo ko,,,
Ghaanv behisaab hote hai....-
जख्म कहा कहा से मिले है
छोड़ो इन बातो को
ज़िन्दगी तू तो इतना बता
सफर कितना बाकि है !-