हम साथ रहे
एक अरसे तक
साथ ही बिताए
सब से अच्छे और सबसे बुरे पल
अपने-अपने घरों से दूर
एक-दूसरे का परिवार बनकर
खुशियाँ मनाते,
ग़म ग़लत करते हुए
एक-दूसरे की ताक़त बनकर
पर, समय!
खोल पर उड़ निकला
हम अपनी-अपनी राह चले ...
मैं उसका एक चम्मच ले आया
अब भी
खाते वक़्त लगता है
जैसे दोस्त अपने हाथ से खिला रहा हो ...
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