तन्हा-तन्हा सा हो जाता है दिल आज-कल,
बेधड़क सब कुछ सह जाता है यह आज-कल।
बिना किसी गलती के गुनहगार हो जाता है यह आज-कल,
चुप रहकर अकेले में रो जाता है यह आज-कल।
जीने की उम्मीद में पल-पल मर जाता है यह आज-कल,
बेधड़क सा अकेला रह जाता है यह आज-कल।-
8 JUL 2020 AT 12:40
15 JUN 2020 AT 18:32
थक चुके हैं तन्हा उस रास्ते पर चल कर
जिसका कोई वजूद ही नहीं,
अब ज़रा ठहर जाने दो हमें
ज़िन्दगी से अब कुछ उम्मीद ही नहीं।-
8 JUN 2020 AT 20:24
बातें तो बहुत हैं
पर करना नहीं चाहते,
दोबारा किसी की आदत
हम बनना नहीं चाहते।-
31 MAY 2020 AT 8:14
एक खुबसूरत सा रिश्ता कुछ यूँ खत्म हो गया
एक दोस्ती निभाता रहा दुसरे को प्यार हो गया।-
5 JUL 2020 AT 8:06
कभी ढ़ेरों खुशियाँ मिलेंगी
तो कभी हज़ारों गम
इस दौर से भी गुज़र गए
तो ज़िन्दगी जीत जाएंगे हम।-
5 JUL 2020 AT 20:25
मोहब्बत का मतलब सिर्फ इकरार नहीं होता,
किसी के शक्ल को देखकर कभी प्यार नहीं होता।-
6 JUN 2020 AT 14:32
आज फिर रोने का दिल कर रहा है।
जो अपना नहीं है
उसे अपना समझने की भूल कर रहा है।
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