बागों में लगा दिल 'उदय' न सेहरा में क़रार आया,
बस एक तेरे सिवा किसी पर न ऐतबार आया।
तेरे आने की खबर न थी किसी को महफिल में,
तुझसे पहले ही बदस्तूर तेरा खुमार आया।
सिर को झटका, कहीं और देखा, ली निगाहें झुका,
तेरा ख्याल ही आया जब भी बार बार आया।
मेरी रुबाइयां रहीं मुकम्मल भरी तेरे जिक्रों से,
तेरे लब पे मेरा नाम न एक भी बार आया।
कमसिन अदाएं हैं 'उदय' नाजों से भरी शोखियां,
जान हथेली पे कलेजा हलक़ में कई बार आया।
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