एक शिथिल एकांत है
मन अचल-सा शांत है
ऐसा नहीं कि शोक है
बस कामनाएँ क्लांत है
एक शिथिल एकांत है!-
5 SEP 2024 AT 19:01
12 SEP 2024 AT 20:27
चौरासी लाख
योनियों में तुम
सबसे उत्कृष्ट
मस्तिष्क के स्वामी !
चौरासी लाख
योनियों में तुम
सबसे दुःखी
सबसे खिन्न प्राणी !-
27 SEP 2024 AT 16:50
सच
और झूठ में
एक बड़ा अंतर
यह है कि
सच
याद रहता है
और झूठ को
याद रखना
पड़ता है!-
18 SEP 2024 AT 22:39
क्या है तेरा उद्गम बता !
तू वेदना रहती कहाँ है ?
इस मेद अस्थि के ढेर में
तू वेदना बहती कहाँ है?-
16 SEP 2024 AT 22:26
जो बुरा है
वो हर किसी
के लिए
बुरा नहीं है !
जो अच्छा है
वो हर किसी
के लिए
अच्छा नहीं है !-
14 AUG 2024 AT 1:17
भीड़ में जो घुस रहे हैं
दैत्य हैं जो छुप रहे हैं
स्वधर्म का विचारकर
पार्थ रक्त में उबाल भर!
सबके बीच रह रहे हैं
सब मनुज से लग रहे हैं
पार्थ वाहिनी तैयार कर
पार्थ रक्त में उबाल भर!
आने वाले कल का सोचकर
आज अब तू क्रोध कर
जहाँ दिखे अधम प्रहार कर
पार्थ रक्त में उबाल भर!-