𝓜𝓨 𝓑_𝓗❤️ 𝓓𝓲𝓪𝓻𝔂 ❤️🥰 30 JUN 2021 AT 14:59 "rat bhar barish hoti rahisab dhul sa gaya patte chamak rahe hai asmaan saaf haidopehar hone ko hai,nind nahi ayiyaadein bhatakti rahimai sangit sa mehsusta raha❤️....." - Sumit Pathade 19 SEP 2020 AT 12:18 चूमता हैं जब भी माथे पर वोमज़बूर हो जाती हूँ मान जाती हूँ - Sumit Pathade 7 NOV 2020 AT 10:34 सब लोग शायरी पढ़ कर चले गएवो रुका हैं अकेला कुछ सवाल ले कर - Sumit Pathade 19 JUL 2020 AT 7:59 तेरी ज़ुल्फों से मेरी कितनी शिक़ायत हैंक्यों सताती हैं ये तुम्हें मेरे होते हुवे - Sumit Pathade 9 MAY 2019 AT 10:08 मुस्कुरातें भी हो तुम मुक़र जाते भी होये तुम ही हो ना(?) या बदल जाते भी हो - Sumit Pathade 20 APR 2019 AT 7:56 इसी कश्मकश में अब ये सारी रात गुज़र जाएमें छत पर आ जाऊऔर वो बादलों में छिप जाए - Sumit Pathade 12 SEP 2020 AT 10:00 उसके दामन से तो वास्ता छुड़ा कर आयेहम जान बूझ कर दिल वहाँ भूल के आये - Sumit Pathade 11 JUL 2020 AT 9:59 रास्तों में आना जाना लगा रेहता हैं लोगों काकुछ मिल जाते हैं कुछ खो जाते हैं यहां - MILIND TILWANKAR 19 FEB 2021 AT 1:23 अक्सर आ जाते है वो बालकनी मेंताकि दिख जाए हमारी एक झलक - Sumit Pathade 27 SEP 2020 AT 11:19 भाग कर आएंगे वो सीने से लिपटने कोकुछ इस तरह दूरियों में भी चाहत बाकी हैं -