खामोश निगाहों से खुद को देखना कहां हमें आता है,
यह तो एक खामोश जिंदगी है,
जो सबको किनारे पर लेकर आता है।।
मंजिल ढूंढने से जिंदगी का आसान हिस्सा बन जाता है,
अकेले खामोशियों से लड़ना जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन जाता है।।
अभी तो सीढ़ियों पर चढ़ना बाकी हैं,
सीढ़ियों से उतरना सीखा है।।
यह वक्त है, जिंदगी का जब सीकर लौटेंगे,
एक नई उड़ान एक नई जिंदगी को जाएंगे।।
बस एक नई जिंदगी को जाएंगे।।
✍️By Vivek...-
अर्ज है...
"पलकों में आंसू और दिल में दर्द सोया है,
हंसने वालों को क्या पता,
रोने वाला किस कदर रोया है।।
यह तो बस वही जान सकता है,
मेरी तन्हाई का एहसास,
जिसने जिंदगी में किसी
को पाने से पहले खोया है।।
कुछ अच्छे शब्द....
रफ्तार नहीं जिंदगी रुकेगी,
फिर क्यों कहते हैं,
कि जिंदगी सबसे बड़ी है।।
अरे जनाब पीछे जाकर देखो,
कुछ नहीं बचा है।।
जो लोग आगे की सोच रहे हैं,
वही पर थम जाए।।-
✍️बेहिसाब है,यह खुशियां
तेरे एक मुस्कुराहट में।।
रहती है,यह दूर कहीं,खिलखिलाती है, यह मुस्कान
नन्ही नन्ही हाथों से सब पर जान लुटाती है,
छोटे छोटे कदमों से सबका दिल बहलाती है।।
आंखों की है,यह नूर परी
सब के दिलों में अपनी जगह बनाती है।।
रहती है, यह पास कहीं
यह खुशियां तेरे एक मुस्कुराहट में।।
ओझल ना हो जाए कहीं,
दूर ना हो जाए बसेरा,
नन्हे नन्हे कदमों से है,रहता है,
इसका खुशियों का डेरा।।
नाराज जब हो जाए वो सब मनाने आते हैं,
रूठती है मनवाती है, फिर अपनी मुस्कान से सबको मुस्कान दे जाती है,
रहती है, यह दूर कहीं खिलखिलाती है, यह मुस्कान
अपने नन्हे नन्हे कदमों से सबका दिल बहलाती है।।
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