तन के भुगोल के परे
पढ़ा है कभी एक स्त्री के मन कि गांठे खोलकर,
उसके मन के सदियों का "खौलता इतिहास",
अगर नहीं...!!!
तो तुम्हारा कोई हक नहीं की एक दिन के लिए स्त्री
पर बस बड़ी बड़ी बात लिखकर "अपना दायित्व" निभाओ,
बस उसी तक निहित समझो जिम्मेदारी..!!!-
नहीं चहिए मुझे ऊंचा दर्जा,
ना बना मुझे देवी,ना कर मेरी पूजा,
बस इंसान की तरह जीने दे,
मेरे जिंदगी पर बस मेरा "हक" रहने दे..
ना खुरेद मेरा जिस्म, ना नोच मेरी रूह
ना समझ मुझे बस वस्तु, ना कर तार तार मेरी आबरू,
मुझ से ना तो खुदा से खौफ खा क्यूंकि,
मैं तेरी जननी, तेरे "भगवान की भी जननी" हूं..
अब नहीं रहना संस्कारी बन दायरे में,
अब लक्ष्मण रेखा लांघनी है,
अब नहीं करना राम और हनुमान का इन्तजार
मुझे खुद इस बार "रावण की लंका" जलानी है..
अपनें हौसलों से "तकदीर" बदल सकती हूं,
पूरे परिवार कि अकेली मैं "तस्वीर" बदल सकती हूं,
बच्चों की मुस्कान, बुजुर्गों की लाठी हूं मैं,
भले ही तुझसे छोटी कद काठी हूं मैं...
अगर हिम्मत है तेरे जन्म देने के दर्द सहने का,
तो कुचलने की भी हिम्मत रखती हूं,
किस बात का गरुर है तुझे ,
किस बात की "फजिलत",
मेरा ही तो तू "अंश" है,
ओ दुनिया वालों मुझ से ही तेरी है "हकीकत"...!!!
(:--स्तुति)
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कितना पावन कितना मनभावन
माँ! तेरा आगमन
कष्ट निवारक ,दुःख विमोचन
माँ! तेरा आगमन
मंगल दायक हर्ष प्रदायक
माँ! तेरा आगमन
भक्तों द्वारा चिर प्रतिक्षित
मां! तेरा आगमन🌹🌹🙏🙏
आप सभी को नवरात्रि की बहुत-बहुत शुभकामनाएं,🙏🌹🌹🌹🌹🌹
Karuna Tiwari-
गहेराई मेरा ठिकाना है नाम जो 'स्तुति' है
'स्तुति' से ईश्वर का सार है
भक्ति में डूब जाने का मार्ग है 'स्तुति'
फिर 'स्तुति' होकर क्यों ना करू 'स्तुति'
न जाने किसी और जन्म में ये नाम मिले न मिले
🤗🤗
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ॐ गंग गणपति नमः
गणपति तुम्हारे आने से
मेरे घर का दरबार सजता है
हमे तो हमारी सभी मनोकामनाएं
पूरी होने का वरदान मिलता है-