....चाँद-सूरज....
आज फिर उसकी बड़ी बड़ी नशीली आँखें याद आयीं
आज फिर सिगरटों के नापसंद धुंए में ग़ुम हो उस नशे को हराने लगे हम...
आज फिर मुझे अपनी छत से चाँद में वो नज़र ना आया
धुंए में धुत्त धुआं बन धुंए संग ढूंढने चल पड़े उसे हम...
बस आधे आसमां से ही आ गिरे ज़मीं पर धम्म
आज फिर ना मिले तुम...
अब सुबह सूरज बन इतने तेज़ चमकते मिलेंगे हम
कि अपनी उन्हीं बड़ी आँखों पर हाथ रख देखोगे हमें पर न दिखेंगे हम...
हम होंगे पर ना मिलेंगे
जैसे रात ना मिले थे तुम...-
13 FEB 2021 AT 0:07
30 SEP 2020 AT 9:26
Yes I used to sleep late ,
But you know why !!
Because.....
Long distance relationship chiz hi aisi hai.-
14 OCT 2018 AT 0:45
She not just has smokey eyes..
She has smokey thoughts too..
puffed in the flavors of love.-