लोट कर आओगे इतना
भरोसा दिला कर जाओ न
-राधा
केसे कह दु कब आएगा
और झूठा दिलासा तूझे
केसे देकर जाऊं न
-कृष्ण-
यूं पतों की तरह सूख के ना गिर जाना
भूल न जाना तुझे भी कूछ करके है दिखलाना-
हे गगन में हर तरफ तेरा ही चेहरा
जैसे चांद की चारों तरफ रहता है
तारों का पहरा-
उसका नाम लेने से भी डरते हैं हम
कहीं हमारी वजह से स्वाभिमान उंगली
भी उठा पाए-
मेरे आसमान मेरे पापा,ये धरती मेरी मां
ओर हम चारों भाई-बहन जेसे चार दिशा।-
तुम्हारे बिन अधूरे रहे
अधूरे रहे यह रास्ते
और उन रास्तों पर हम
अकेले ही चले जा रहे
राधे-राधे-
ये दुनिया अपने बनाई है
ओर आप ही इसे संभाली हो
जय माता दी
Happy sitalastmi-
पहले लोग सालों बाद मिलते थे
और इतने समय के बाद मिलने
कि जो खूशी होती थी ना अलग ही होती थी-
यूं भाग कर कितना दूर जाओगे
हमें क्या अपने मन से निकाल पाओगे
ओर इतनी दूर जाकर भी क्या हमको भूला पाओगे
हमें यकिन है कि वापस लौट कर यही आओगे-
समुद्री की तरह बनो
जिसकी और देखने
मात्र से ही हम शांति
प्राप्त हो जाए
राधे राधे-