देकर रोटी ये सारे खुद को संवेदनशील समझते है,
अपने शरीर के छीटों को प्यार में तब्दील करते है,
दिखाकर लाचारी उसकी चार जगह अपील करते है,
नरमदिल नहीं ये, यही है जो सरेआम जलील करते है।।-
17 OCT 2020 AT 10:53
देकर रोटी ये सारे खुद को संवेदनशील समझते है,
अपने शरीर के छीटों को प्यार में तब्दील करते है,
दिखाकर लाचारी उसकी चार जगह अपील करते है,
नरमदिल नहीं ये, यही है जो सरेआम जलील करते है।।-