अब अगर तुम कभी वापस भी आ जाओ
तो भी ये उदासी नही जाएगी, इस उदासी
ने घर कर लिया है मेरे रूह में और हाँ मैंने
इसे घर करने दिया, ये उदासी मुझे ख़ैरात
में नहीं मिली, जो तुमने मुझे दिया था वो
दर्द था और ये उदासी है, वो उदासी जिसे
मैंने ढूँढा एलिया की शायरी में, वो उदासी
जिससे मैंने बातें की है अँधेरी रातों में,कई
लोगों ने कोशिश भी कि इसे मुझसे छीनने
की लेकिन मैंने इसका साथ नही छोड़ा और
नाहीं इसने मेरा, देखो अब तुम ईर्ष्या मत
करना क्योंकि अब ये नही जाएगी तुम्हारे
आने के बाद भी नही...
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