"मुफ्त में सिर्फ मां बाप का प्यार मिलता है"
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18 MAY AT 2:15
चाँद के साये में एक ख़ामोशी थी,
ना शोर, ना शिकायत… बस तू।
हर लफ़्ज़ में, हर सांस में… बस तू।-
चाँद के साये में एक ख़ामोशी थी,
ना शोर, ना शिकायत… बस तू।
हर लफ़्ज़ में, हर सांस में… बस तू।-