ख़्वाबों का ज़फ़र
ख्यालों का असर
यही तो है दुनिया का सफर-
8 AUG 2024 AT 14:11
जाने क्यो वह हमे सूरत से परखते है
पर हम तो उनकी सीरत पर मरते है-
13 MAR 2021 AT 18:56
ग़म और खुशी के मेले हैं
हम ही नहीं अकेले
हर कोई इससे खेले है-
25 JUN 2024 AT 20:58
न था बस में ,न है ,न रहेगा
वक़्त ही तो है ,कुछ सिखा के रहेगा ।-