“स्कूल चले हम”
रौशन होंगे दीप, जीवन के सारे अंधकार बने कम,
आओ मिलकर स्कूल चले हम, स्कूल चले हम।
हर घर में अब शिक्षा की अलख जगायें,
कण कण मिलकर नयी जागरूकता लायें,
आओ सबको पढ़ायें और आज पढ़े हम,
आओ मिलकर स्कूल चले हम, स्कूल चले हम।
भारत की गौरवशाली गाथा पढ़नी होगी,
कामयाबी की नयी इबारत गढ़नी होगी,
जीवन को हर मुश्किल से आज लड़े हम,
आओ मिलकर स्कूल चले हम, स्कूल चले हम।
स्वर्णिम भारत का एक नया इतिहास रचेंगे,
साथ सभी को लेकर फिर आगे बढ़ेंगे,
मंज़िल तक जाने की अपनी ज़िद पर अड़े हम,
आओ मिलकर स्कूल चले हम, स्कूल चले हम।
आदर्श बनायें जीवन अपना हर जगह सम्मान मिलेगा,
महक उठेगा सारा जहां, क़िस्मत का पुष्प खिलेगा,
धीरे धीरे बढ़ते जायें अपनी मंज़िल से मिले हम,
आओ मिलकर स्कूल चले हम, स्कूल चले हम।
मानवता का पाठ पड़े, संस्कारो की कहानी,
गौरवान्वित होगा समाज हम है हिंदुस्तानी,
देश की माटी से जुड़कर आज बढ़े हम,
आओ मिलकर स्कूल चले हम, स्कूल चले हम।-
27 FEB 2019 AT 17:26