किसी के शक्ल और सूरत पे न जा अए रब के बंदे
यहाँ इंसान के शक्ल में छुपे है कई बहरूपये गंदे गंदे-
6 JUL 2019 AT 22:31
6 JUL 2019 AT 22:32
शक्ल तो उनकी भी मेरे खुदा से मिलती थी,
पर उनकी चालाकियों ने मेरे खुदा को बदनाम किया|-
किसी के शक्ल और सूरत पे न जा अए रब के बंदे
यहाँ इंसान के शक्ल में छुपे है कई बहरूपये गंदे गंदे-
शक्ल तो उनकी भी मेरे खुदा से मिलती थी,
पर उनकी चालाकियों ने मेरे खुदा को बदनाम किया|-