जब बारिश होती है तो सारे गाँव मुस्कुराते हैं लेक़िन सैफ़ई खिलखिला कर हँस देता है।
जिंदादिल जो है ये।-
6 MAY 2021 AT 18:33
12 MAR 2021 AT 13:03
सैफ़ई शहर है?नहीं बस एक गाँव है जो बहुत तेज़ रेस में दौड़ा जब बहुत सारे गाँव दौड़ रहे थे।गिरा भी,चोट भी खायी, बहुत कुछ खो दिया सैफ़ई ने लेक़िन फ़िर भी पहले स्थान पर रहा।साथ वाले गाँव जले,बहुत बुरा भला कहा जब सैफ़ई दौड़ रहा था,कुछ ने धक्का दिया,कुछ ने पागल कहा कि बौरा के क्यों दौड़ रहा सैफ़ई।फ़िर जब सैफ़ई पहले स्थान पर आ गया तो सारे गाँव दोस्त हो गए सैफ़ई के पर सैफ़ई अहंकारी हो गया।उस पर बंबई हावी हो गया,सबको भूल कर मायानगरी में विलीन हो गया।2017 में वनखंडेश्वर महादेव की कृपा से सरकार बदली।एक सन्यासी ने सैफ़ई को बताया कि तुम एक गाँव थे,भूलो मत कि बम्बई में बैठे सब कितने नैतिकता के पतन से जूझ रहे।बॉलीवुड अब वीडिवुड और दारूवुड नाम से जाना जा रहा,तुम बच्चे हो सैफ़ई.... हकीकत में रहो।
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