QUOTES ON #QUOTEBYSANDHYA

#quotebysandhya quotes

Trending | Latest
8 SEP 2021 AT 17:40

सुना तो था दिल्ली दिल वालों की है ,
समझी तब ,
जब दिल्लगी दिल्ली वाले से हुई।

-


18 JAN 2022 AT 20:29

लबों से कच्चा है तू ,
हरकतों से लुच्चा है तू ,
कैसे तुझे ना सोचूं ?,
आँखों से सच्चा है तू ।

-


22 FEB 2022 AT 18:18

इतनी कड़वाहट जाने कहाँ से लाते ये लोग ?,
हमें तो रहीम की सेवईं खाने से फुर्सत नहीं ।

-


19 NOV 2021 AT 12:57

अगर सीखनी हो आँखों की बोली ....
तो आना शाम छत पर, सीखा दूँगी ... !!

-


16 JAN 2022 AT 13:10

तस्वीरों की पिटारी सहरा खोली ,
चेहरे की मुस्कान दोबारा खिली ,
भूले-बिसरे किस्सों की ढील लिए ,
यादों की पतंग लहरा चली .... !!


-


21 SEP 2021 AT 10:52

माँ के हाथ की, रोज़ की दाल की कदर तब हुई ,
जब होस्टल के, रोज़ नए व्यंजन का स्वाद चखी ।

-


16 SEP 2021 AT 16:00

ज़िद्द की लड़ाई में ,
बाजी किस ज़िद्दी की ?
मेरे खुद की, या....
उनकी बेख़ुदी की ?

-


8 MAR 2022 AT 10:57

आंसू...!!
जब-जब मेरी आँखों से आंसू गिरते ,
मेरे अंदर छुपी ताकत को बयाँ करते।
कभी मेरे हाल-ए-दिल की जुबाँ कहते।
कभी-कभी बेसबब बहते।
तो कभी ये खारे पानी सुन्न पड़े दिमाग पर लेप करते ।

यूँ तो मेरे रोने को कई पहलु मिले ,
किसी ने जज़्बाती ,
किसी ने बेबसी ,
किसी ने व्यापारी ,
तो किसी ने बस नुमाइश समझा ।

पर मोल लगाने वाले क्या जानें ,
कि रोना मेरी कमज़ोरी नहीं ,
बल्कि मेरे पहले साहस की कहानी है ।
कि जब मेरी इस दुनिया में जीने की बारी आयी ,
मैं रोते ही सांस लेने की हिम्मत कर पायी ।

जब-जब मेरी आँखों से आंसू गिरते
मेरे अंदर छुपी ताकत को बयाँ करते ।

-संध्या

-


24 NOV 2021 AT 12:15

हमने तुमसे, कहाँ ज़्यादा की उम्मीद की थी ,
तुम्हारी महफ़िल में, बस अपने नाम की उम्मीद की थी ,
शायद हमी थे नादान, जो तरसती निगाहों को इश्क़ समझ बैठे ,
वरना तुमने तो, हमारे यूँ आने की कहाँ उम्मीद की थी.... !!

-


13 OCT 2021 AT 17:29

गलती तुम्हारी नहीं जो तुम फिसले.....
हमी तुम्हें अपनी निगाहों से बचा न पाये..... !!

-