Abhilekh 8 DEC 2017 AT 9:03 खिड़की से झांक कर जब देखता हूँ बाहर का मौसम,तो रातें सर्द और सुबह अलसाई सी नज़र आती है..!लगता है सियासत का ज़हर हर तरफ घुल गया है। -