गुनगुनाती सी कई शामें उसके साथ बिताई है,
अब वक़्त है उस हमसफ़र के साथ ज़िन्दगी बिताने का।
अपनी बोहोत सी बातें उसे कई दफा सुनाई है,
अब वक़्त है अपनी हर बात में सिर्फ उसे दोहराने का।
सपने तो रोज़ देखता हूं उसके में रातों में,
अब वक़्त है उसके साथ उन सपनों को हकीकत बनाने का।
वादे कई किए हैं उस हमसफ़र से मैंने,
अब वक़्त है उन वादों को साथ मिलकर निभाने का।
हां!!!
अब वक़्त है उस हमसफ़र के साथ ज़िन्दगी बिताने का।।
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