कई तरह की सरकारी नौकरियों के लिए अब
अलग-अलग परीक्षा नहीं देनी होगी। उनकी
जगह अब सिर्फ एक परीक्षा देनी होगी। उसी
के जरिए अलग-अलग पदों पर बहाली हो सकेगी।
केंद्र सरकार ने इसके लिए नई राष्ट्रीय भर्ती
एजेंसी (एनआरए) के गठन का ऐलान किया है।
यह एजेंसी राष्ट्रीय साझा परीक्षा (सीईटी) लेगी
और इसी के जरिए भर्तियां होंगी। अब तरह-तरह
के टेस्ट की जरूरत नहीं होगी। इससे अभ्यर्थियों का
समय और संसाधन बचेगा। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने
बुधवार को साझा पात्रता परीक्षा आयोजित करने
के लिये राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी के गठन के प्रस्ताव को
मंजूरी दे दी। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यह जानकारी दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता
में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय
किया गया।-
CET by NRA
Common Eligibility Test (CET) for Bank, SSC, Railway Exams
National Recruitment Agency (NRA). will be to conduct of
#cet by #nra
one exam for all govt jobs!
#OneExamForAllGovtJobs !-
ना तुम ना मैं मुझे नज़र आते हैं...
आपका तो मुझे पता नहीं...
पर मुझे हम दो एक जिस्म और जान नज़र आते हैं...-
नहीं पता क्यू हो जाता हू में सब से दूर...
किस बात का चढ़ा है मुझको ये फितूर...
ये तो पता है की सब बकवास हैं...
तो फिर ये दिल अकेले ही क्यूँ उदास है...-
Tum achi thi...
Tum achi ho...
Or tum achi hi hogi...
Ye to jab pata chalega jab tum meri hogi...-
पहली दफा़ तुझें देखतें हीं मैं हिल सा गया...
ना जाने कैसा ये जादू चला आपका...
पत्थर जैसा ये दिल मेरा पिघल सा गया...
जुर्रत तो बहुत की आप से नज़ारे बचाये जाये...
ना जाने कैसा ये जादू चला ईन नज़रों का...
मेरा ये भोला - भाला सा मन बिगड़ सा गया...
दूर रहने की कोशिश की कईं दफा़ हमने...
ना जाने कैसी ये कमी खली आपकी ...
हम हसते ही रहे पर आंखो में पानी सा आ गया...-
पहली दफा़ तुझें देखतें हीं मैं हिल सा गया...
ना जाने कैसा ये जादू चला आपका...
पत्थर जैसा ये दिल मेरा पिघल सा गया...
जुर्रत तो बहुत की आप से नज़ारे बचाये जाये...
ना जाने कैसा ये जादू चला ईन नज़रों का...
मेरा ये भोला - भाला सा मन बिगड़ सा गया...
दूर रहने की कोशिश की कईं दफा़ हमने...
ना जाने कैसी ये कमी खली आपकी ...
हम हसते ही रहे पर आंखो में पानी सा आ गया...-
चंद लम्हों के लिए तू कभी आ तो सही...
अपनी मुस्कुराहट मुझ पर कभी बरसा तो सही...
छोटी-छोटी बातों की खता मुझ से कभी सुना तो सही...
मैं तेरा हीं हूंँ कभी मुझ पर अपना हक जता तो सही...-