कभी टूटेंगे, बिखरेंगे... कभी फिर संभल जाएंगे, एक दिन वो भी आएगा, जब दुनिया हम बनाएंगे। अभी बैठे है गुमसुम यूं,,, कि चाल ज़िन्दगी की है। जब अपनी बारी आएगी, तो राह हम बनाएंगे। कभी टूटेंगे बिखरेंगे कभी फिर संभल जाएंगे......
कोई कहता है जो कद्र ना करे उससे रुखसत ले लो कोई तुझे तमाशबीन कहता है बस एक बात पूछनी थी......तुझसे कि जैसा मैंने देखा कुछ वैसा भी है तुझमें?? या तू भी बिल्कुल दूसरे लोगों जैसा है।