मैं मोहब्बत की किताब लिखूंगा।
उसमें सच और झूठ का पर्दाफाश लिखूंगा।।
फिर आंखों से गिरे अश्को का हिसाब लिखूंगा।
मैं मोहब्बत की .....
तेरी चाहत बेपनाह लिखूंगा।
और वफ़ा को तेरी सलाम लिखूंगा।
फिर बेवफ़ाई का इल्जाम लिखूंगा।।
मैं मोहब्बत की .....
अपनी गलतियों का एहसाह लिखूंगा।
तो तुम्हारी गलतफहमियों का जवाब लिखूंगा।।
सही रास्ता दिखाने के लिए शुक्रगुजार लिखूंगा।
तो बीच रस्ते में छोड़ जाने का सवाल लिखूंगा।।
मैं मोहब्बत की .....
गुस्सा कम करने का सलाह लिखूंगा।
तो तिरछी आंखे से मुझे अपना बनाने का अंदाज लिखूंगा।
फिर हमेशा रहो खुश तुम ऐसा इंतजाम लिखूंगा।।
मैं मोहब्बत की .....
तन्हाइयों में गुजरी रात लिखूंगा।
तो देर रात तक होने वाली बात लिखूंगा।
फिर पार्क में हुई मुलाक़ात लिखूंगा।
मैं मोहब्बत की....
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