आज मेरी मां को गए हुए 40 दिन हो गए
अभी पुरी जिंदगी गुजारनी है,
आज दिल बहुत उदास है मां....
तेरी कमी कोई भी पूरी नहीं कर सकता मां
तेरे जैसा दुनियां में कोई नहीं मां
या अल्लाह पाक 🤲
मेरी मां को जन्नत उल फ़िरदौस में आला मकाम
अता फरमा!
उनकी बख्शीश व मगफिरत फरमा!
उनको जन्नत के बागों में से एक बाग अता फरमा
और अल्लाह ताला मुझे सब्र अता फरमा !
(आमीन)-
दुनियां की तीन खुबसूरत तरीन ख्वातीन ;
मेरी मां
उसका साया
और आईने में उसका अक्स-
बहुत शौक़ था मुझे
सबको खुश रखने का,
होश तब आया ,
जब खुद को जरूरत के वक्त अकेला पाया !!-
जब कोई अपना मर जाए ना तो फिर,
कब्रिस्तान से वेहसत नहीं बल्कि इश्क़ हो जाता है...!-
चलो एक प्रॉमिस करते हैं,
आज से हम दोनों में चाहे कितनी भी लड़ाई क्यों न हो
लेकिन हम दोनों कभी भी एक दुसरे को
छोड़कर नहीं जायेंगे...! — % &-
किसी का क़िरदार तुम्हारी ज़िम्मेदारी नहीं
किसी की जात तुम्हारा ठेका नहीं
जो तुम हो, वो बस तुम ख़ुद ही हो
अपने आप पर ज्यादा तवज्जा दो
लोगों के बारे में ज्यादा,
वही सोचते हैं...
जिनकी अपनी कोई जाती जिंदगी नहीं होती...-
इबादत के लम्हों में मेरा एक काम करना
हर सेहरी से पहले हर नमाज़ के बाद
इफ्तार से पहले हर रोजे के बाद
सिर्फ़ अपनी दुआओं के कुछ अल्फाज़ मेरे नाम करना...-
हालात बुरे थे....
लेकिन रखती थी नवाब बना कर,
हम गरीब थे ये सिर्फ़ मेरी मां जानती है...❤️-
मैंने आज़ाद कर दिया हर वो रिश्ता,
हर वो इंसान,
जो सिर्फ़ अपने मतलब के लिए
मेरे साथ था...
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