Shubh Srivastava 22 JUN 2018 AT 8:50 घने बादल क्यों छाने लगे हैं मेरी रस्म-ए-ज़िन्दगी पर ।हाँ ! उनकी मोहब्बत के फ़लक पर नया चाँद आया हो शायद ।। -