पहले👇👇
अक्सर छोटी-छोटी बातों पर,
रूठ जाती थी,पास आकर,
कहते थे,चल अब ये बता,
किसने तुझे क्या बोला है???
हमेशा मुझे ये ही समझाते थे,
गलती पर पीछे हटना मत,
बिना गलती के झुकना मत!!
हँसती - खेलती हुई अगर मैं,
गलती से भी रो जाती थी,
देखकर यूँ मेरी नम आँखें,
सबकी क्लास लग जाती थी!!
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अब👇👇
क्या आज मैं इतनी बड़ी हो गई हूँ,
जो बिना गलती के भी झुक जाती हूँ,
इतना दर्द छिपा है दिल में,
फिर भी हँसती - मुस्काती हूँ!!
आज आँखों में आँसू का सैलाब है,
फिर भी नहीं किसी को दिखाती हूँ!!
आपकी हर सीख मुझे याद है पापा,
ये ही सोच आगे बढती जाती हूँ!!
-Sapna Rajput
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