तुम्हारे दीदार की ख्वाहिश कुछ ऐसी है,
चाय की तलब लगी सीने में जैसी है।☕-
तुम कहो तो मैं तुम्हारा चाँद बन जाऊं,
हो स्वीकार तो मैं तुम्हारा कोई गहरा राज बन जाऊं,
प्रेम की परिभाषा बन तुम्हारा श्रृंगार बन जाऊं,
जो अपनी आँखों में बसाओ तुम तो मैं तुम्हारा अधिकार बन जाऊं ।
तुम कहो तो मैं तुम्हारा चाँद बन जाऊं।-
यूं मुस्कराने की कला नहीं आती,
कुछ ग़मों को दिल से लगाना पड़ता है।।-
"एक पिता के मन के विचार"
उसके विचारों से मै जुड़ा हूं,
खुद से मै उसके लिए लड़ा हूं,
लड़खड़ा जाता हूं अक्सर मैं
पर उसके साथ परछाई सा खड़ा हूं,
वो अक्सर रूठ जाता है मुझसे,
अपनी जिदों पर ही वो चला है,
उसके तीखे व्यवहार से मै जुड़ा हूं
उसके लिए मैं खुद से ही लड़ा हूं।
#m_rwriter-
तारीफों के पुल अक्सर डगमगा जाते है,
हकीक़त के पन्नों की जहां बात आती है।-
गैरो की फटी जेभें तो सबको नजर आती है,
कोई अपने गिरेबान को देखता तक नही।।-
असफलता से डरकर,
सफलता के ख्वाब नही बुनें जाते।।
-लफ़्ज-ए-प्रशान्त✍🏻-