लहज़ा ज़रा ठंडा रखिएगा जनाब,
हम भी नवाबों के शहर लखनऊ से हैं।😎-
31 MAR 2021 AT 1:15
चलो आज
फिर चांद से
शर्त लगाते हैं...
उसकी चांदनी
से ज्यादा नशा है
चाय में, ये बात आज
रात चांद को सिखाते हैं....!!
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3 APR 2021 AT 18:24
सबको...
शिकायतें बहुत रहती है...!
जरूरत हमारी हो तो मीलों की दूरी,
गर हो अपनी जरूरत तो वो
मीलों की दूरी भी कहां दिखती है.....!
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2 APR 2021 AT 23:17
ज़्यादा की उम्मीद नहीं थी हमें वैसे भी,
लेकिन यकीन तो तुमको भी था ना....!!
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