चीख़ते ये मेरे बेज़ुबान लफ़्ज़ 23 FEB 2020 AT 0:09 मेरे सीने से मेरा दिल निकाल लेना मेरे मरने के बाद उसका खिलौना उसे दे देना ! - चीख़ते ये मेरे बेज़ुबान लफ़्ज़ 29 FEB 2020 AT 17:07 ये कहकर भेजें हैं लहजे उसने तोहफ़े में“कि...लो भोंक लो अपने सीने में !” - चीख़ते ये मेरे बेज़ुबान लफ़्ज़ 29 FEB 2020 AT 16:25 टूट कर तिनका-तिनका सा हो गया हूँ मैं हाथ में लो...फूँक से उड़ा दो ! - चीख़ते ये मेरे बेज़ुबान लफ़्ज़ 29 FEB 2020 AT 0:49 मुझसे बात नही करोगी ना ?ठीक है..मेरे कब्र में आओगी ना..मैं भी ऐसा ही करूँगा ! - चीख़ते ये मेरे बेज़ुबान लफ़्ज़ 3 NOV 2017 AT 2:02 वक़्त मिले तो पढ़ना कभी हर हरफ़े-ज़िक्र में तुम्हें ही लिखा है मैंने हर किताबे-सफ़े पे तुम्हें ही आँका है मैंने ये कोई किताब नही लिखा मैंने सिर्फ़ और सिर्फ़ तुम्हें ही हूबाहू छापा है मैंने ... - चीख़ते ये मेरे बेज़ुबान लफ़्ज़ 5 FEB 2020 AT 11:31 मेरे स्याही में शराब है दूर रहो...पढ़ोगे तो नशा होगा ! - चीख़ते ये मेरे बेज़ुबान लफ़्ज़ 21 MAR 2020 AT 14:32 ज़ख़्म माँगने वाला भिखारी हूँ साहेबदेते जाओ गुज़रते जाओ ! - चीख़ते ये मेरे बेज़ुबान लफ़्ज़ 19 MAR 2020 AT 23:24 मेरा दिल तो कबका मर चुका है..अब तुम्हारी यादें धड़कती हैं मेरे सीने में ! - चीख़ते ये मेरे बेज़ुबान लफ़्ज़ 22 MAR 2020 AT 19:01 सुनिए,उन्हें पसंद है मुझे कुचलनाआप लोग पड़े रेहने देना..मेरी लाश ज़मीं पर ! - चीख़ते ये मेरे बेज़ुबान लफ़्ज़ 23 MAR 2020 AT 14:37 दर्द से रिश्ता बड़ा शदीद है मेरा ‘दर्द’ ना रहा तो ‘दर्द’ और बढ़ जाएगा ! -