बस एक मुलाकात की ख्वाहिश में मर गया मैं
कि लाश देखने आए भीड़ में शायद वो भी हों !-
चीख़ते ये मेरे बेज़ुबान लफ़्ज़
(Shah Asad Nafis*)
9.9k Followers · 277 Following
"Haan wahi Rulaane wala,Cheekhne wala!”🖤
.
.
“इन बेज़ुबाँ लफ़्ज़ों को पढ़कर देखो,इनकी चीख़ स... read more
.
.
“इन बेज़ुबाँ लफ़्ज़ों को पढ़कर देखो,इनकी चीख़ स... read more
Joined 18 October 2017
19 MAR 2023 AT 11:17
2 MAR 2022 AT 23:53
धड़कनें गूँजती हैं सीने में
सोचो कितने सुनसान हो गए हैं हम !-
1 JUL 2020 AT 22:50
मुझे देखते ही चिल्ला उठे हकीम
‘कि लाशों की इलाज वो नही किया करते!’
-
27 JUN 2020 AT 19:16
पहले खून के रिश्ते होते थे
अब रिश्तों के ख़ून होतें हैं !-
25 JUN 2020 AT 23:26
कुछ रातें जागता हूँ मैं
कुछ रातें जागतीं है मेरे अंदर !
-
14 JUN 2020 AT 23:34
इंसान भी तो डँसता है
लफ़्ज़ों में ज़हर डालकर !🥀-
8 JUN 2020 AT 1:21
उदासियाँ बहतीं हैं मेरे नसों में
मैं साँस में तुम्हारी यादें खींचता हूँ!-
7 JUN 2020 AT 8:07
अब तो हालत यूँ हैं साहेब
मैं नही रोता..लोग मुझे देखकर रोतें हैं!-
15 MAY 2020 AT 17:17
मेरे सीने पे तुम ख़ंजर डाल देना
पहले दिल से ख़ुद को निकाल तो लो!-
14 MAY 2020 AT 17:30
ख़ाली ख़ाली सा उनका दिल शायद भर जाएगा
देखते देखते मेरे अंदर का उदास शख़्स मर जाएगा!-