QUOTES ON #KHAYALEAZIM

#khayaleazim quotes

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31 JAN 2022 AT 10:36

बरामदे पर बड़ी देर से उस मकबूल चाँद को देख,
मैं बस इतना सोचती रही के,
क्या आज भी वो आया होगा?

वहीँ, जहाँ पिछले तीन हफ़्तों से,
हम जान कर या इत्तेफ़ाकन ही मुकाबिल हो रहे हैं!
क्या आज भी सीढ़ियों का आगाज करते हुए,
उसने मेरे ना होने पर अफ़सोस किया होगा?

शायद कॉफी पीते हुए,
मुझे सामने की टेबल पर ना पाकर,
उसने बेशक मेरी सखी को बेवजह ही रोक कर पूछा होगा!

आज आई नहीं वो?
वही, आपकी दोस्त है ना वो!
कुछ काम था उनसे,
ये कह उसने बात को वहीँ सम्भाला होगा! — % &बार बार मुड़ कर वो जो नई लड़की आई है,
कहीं वो तो नहीं?
लेकिन आवाज तो अलग लग रही है,
और मौसम भी तो बेईमान है,
क्या पता उसका गला ख़राब हो गया हो!!
ये सोच कर ख़ुद से ही बेहिसाब वो उलझा होगा!

बड़ी देर हो गई, आज उसकी हँसी से माहौल कुछ भीगा नहीं,
क्या बात है, कोई मसाइब तो नहीं?
बेवजह ही ख़ुद को कोस कर वो कुछ पल को ठहरा होगा!

आज मसला क्या हुआ, वो क्यूँ नहीं आई?
अब मैं भी उसका इन्तिज़ार नहीं करूंगा!!
ये सब सोच कर,
वो अपने ही आप से सौ दफ़ा रूठा होगा!

कुछ पल और रुक कर देखूँ,
क्या पता वो मुझे ही तलाशती हो?
इतनी ताबीर कर करके उसने ख़ुद को टटोला होगा! — % &आज तो फूलोँ और वादियों में जमाल भी नहीं,
उसके ना होने से सब कितना मुख्तलिफ़ है!!
क्या हक़ीक़त में वो आज आ नहीं पाई?
कुछ मसला रहा होगा!
कल सामने से टोक दूँगा उसे,
ख़ुद को इतना मनाकर वो वहाँ से रुख़सत हुआ होगा!

हाय! इस तसव्वुर में कितना बह गई हूँ मैं,
चंद मुलाक़ातों में उसके लिए इतना सब!!
क्यूँ, आख़िर क्यूँ सोच रही हूँ मैं?

मगर मुझे देख उसका तिफ़्ल हो जाना,
ये सब आम थोड़ी है!
और मैं आज वहाँ नहीं आई,
ये सब मानना उसके लिए यक़ीनन मुश्क़िल रहा होगा !— % &अगले दिन जब अपनी सखी से मैंने,
कल का मंज़र जानने की कोशिश करी!!

सुन, कल वो आए थे?
मुझे ढूँढ़ा!
पूछा था मेरे बारे में?

मेरी बेसब्री को देख उसने मुझे देख कर क्या कहा,
वो तो अब याद नहीं!!

मगर उसकी हँसी में वो तल्खी थी,
की बा-ख़ुदा मेरे ख्यालों का भ्रम टूट कर बिखर गया!!

— % &

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14 MAR 2019 AT 22:15

मदहोश हूं जो
तो मुझे मदहोश ही रहने दो

एक दुनिया हैं ख्वाब मेरा
ना वहाँ मैं खुद को इज़्तिरार पाती हूँ
मुझे उसी में जीने दो
मदहोश हूं जो तो मुझे मदहोश ही रहने दो ...

अकसर वहाँ तुम से मिल लिया करते हैं
बहुत सी अनकही कह लिया करते हैं
मुझे वो हर अनकहा सा जज़्बात कहने दो
मदहोश हूं जो तो मुझे मदहोश ही रहने दो ...

मसरूफ़ हो जो तुम हमें गिले नहीं है तुमसे
मदहोशी में भी ख्याल- ए- हयात तुम्हारा हैं
तो मुझे तुम खुद में मसरूफ़ ही रहने दो

एक दुनिया हैं ख्वाब मेरा मुझे उसी में जीने दो ....
मदहोश हूं जो तो मुझे मदहोश ही रहने दो ....


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31 MAY 2023 AT 16:23

लिखने की कोशिश बहुत की पर,
एक खयाल नही आया..... ।
सोचा फिर की कुछ लिख दु मोहब्बत पर,
पर उसका अब तक जवाब नही आया ।
फिर सोचा उसका इंतज़ार कब तक करू,
जब उसे ही मेरा खयाल नहीं आया ।।

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21 FEB 2020 AT 19:31

ज़िन्दगी सिर्फ एक बार मिलती है
इसलिए इसे जीना सीखें कटने को
तो बुरा वक़्त भी कट जाता है।
किसी को याद कर के रोना,किसी
की बेवफ़ाई में मरना,किसी को
हद से ज्यादा इज्जत देना और फिर
नजर अंदाज को बर्दास्त ना कर पाना,
हम परेशान क्यों हों अपने आप को
मध्य में रखें ना ज़्यादा खुशी ना ज़्यादा
गम।

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26 APR 2020 AT 21:27

Jab ग़म के Baadlo se मेंने निकलना sikha,,,
ख्वाब को Maine हकीकत में Badlna sikha...

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31 JUL 2020 AT 7:43

Main Apne Khayal Likhta Hun,
Log Mujhe Ab Awara Hi Samajhne Lage.

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25 NOV 2020 AT 17:11

Hasta hua hi paoge mujhe dhoka dene ke baad bhi,
mujhe aata hai munafiqon ko haarane ka tarika.

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25 NOV 2020 AT 17:11

Hasta hua hi paoge mujhe dhoka dene ke baad bhi,
mujhe aata hai munafiqon ko haarane ka tarika.

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21 NOV 2020 AT 15:11

जिन रास्तो पे चलने की इजाजत नहीं मुझे ,
कई बार गुज़रते है मेरे खयाल वहॉं से l

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2 NOV 2019 AT 11:14

Mujhe apne jazbaat bayaan krne nhi aate,
Bas itna smjh lo...
Tumse alag kisi aur k khayal nhi aate.....❤️

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