मेरी कल्पनाओं से परे है, तेरा हृदय विशाल।
माता करना मुझ पर कृपा,तेरा हूं मैं लाल।।-
तेरे सिवा सब कुछ है,
बस एक तू नहीं मेरे पास।
तनहाई भी अंधेरे को गले लगाती है,
बस एक तू नहीं मेरे पास।-
तेरी बेरुखी मेरे प्यार पर भारी पड़ रही है।
बस भी कर अब मेरी जिंदगी मारी पड़ रही है।।-
मेरी डायरी
मेरी डायरी की पहली पसंद तुम ही हो,
भले ही आज मेरे संग नहीं हो।
पन्ने पुराने लेकिन तुम आज भी वही हो,
स्याही धुंधली लेकिन कलम की छाप वही है।
पहले पन्ने की सजावट प्यार हमारा है,
उसमें रखा गुलाब! उसमें रखा गुलाब तुम्हारा है।
डायरी के हर पन्नों में जिक्र तुम्हारा है,
न जाने कितनी दफा इनको पढ़ा दुबारा है।
इनको भी मेरे आंसुओं की आदत सी हो गई है,
तुम्हारे प्यार को पाना अब इबादत हो गई है।
अब तो पन्ने भी कम बचे हैं मेरी डायरी के,
लौट आओ फिर शुरू करते हैं फलसफे जिंदगी के।
मेरी डायरी की पहली पसंद तुम ही हो,
भले ही आज मेरे संग नहीं हो।-
तुम चाहो तो मैं मौत से लड़ जाऊ,
फिर तेरी जिंदगी में वापस आ जाऊ।-
बहुत तकलीफ होती है,
जब दिलों में राजनीति होती।
एक दूजे को टूट कर चाहने वाले,
आज प्यार के बंधन से छूटना चाहते है।-
दस्तक देते हाथ थके
दिल तेरा इतना कठोर है।
मुझे ठुकराना नादानी समझूं
या घमंड तेरे हुस्न का।-