अजिब मामला है हमारा ...
भलाई कि दुआ करते हैं ।
और बुराई कि राह पर चलते हैं ।-
10 FEB 2020 AT 18:27
21 AUG 2021 AT 14:57
सुना है ख़ामोश आंखों से ही बात होती है,
फिर जाके मोहब्बत की शुरुआत होती है।-
31 JUL 2021 AT 16:41
जो रूह बेच कर भी ना अदा हुआ,
वो कर्ज़ नहीं कुछ और था।
जो नेकियोसे से भी ना कम हुआ,
वो बुरे आमालों का बोझ था।
जो अपनी जान पर भी जुल्म हुआ,
वो बेकाबू नफ्स का मोल था।
जो इल्म सीखने में भी मजाक हुआ,
वो मालो दौलत का मर्ज था।
जो माफ़ी मांगने का भी दिल हुआ,
वो दरवाजा तौबा का बंद था।
जो रूह बेच कर भी ना अदा हुआ।
वो कर्ज़ नहीं कुछ और ही था।
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11 MAY 2021 AT 14:12
वक्त कि आजमाईश से अभी टुंटा नहीं हुं ,
हालातो से हार जाऊं मैं वो इन्सान नहीं हुं ।-
4 MAY 2021 AT 17:35
जायज है तेरा गुस्सा मेरी हर खता के लिए,
पर मैं बे-वफा नहीं मान जा खुदा के लिए ।-
21 SEP 2021 AT 13:24
देर हो जाती है अक्सर मुझसे...,
अपनो को मनाने में...।
देर हो जाती है अक्सर मुझसे...,
अपनो को समझ पाने में...।
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