पत्रकार हो या एक मामूली सा इंसान..हर एक की मां होती है ..जिसके लिए वह बहुत मायने रखता है ..सबको खोते जा रहे हैं ..यह बदनसीबी हमारी वक्त रहते जागे नहीं ..अब जागे हैं जब बहुत देर हो चुकी.. मौत दरवाजे पर दस्तक दे रही ..ना चाहते हुए भी दरवाजा खोलना पड़ रहा है!!
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8 MAY 2021 AT 11:51