अभिषेक मिश्रा 23 JUN 2017 AT 11:50 मैं तो ये सोच सोच करपरेशान हो रहा हूँ की"जीने के तो सिर्फ चार दिन है"और हफ्ते भर बाद उसने मिलने को बुलाया है। - Tarikh Aziz 23 MAY 2020 AT 20:25 वह कर गए मुझसे मिलने का वादा पांचवे दिन का,शायद किसी से सुन लिया की ज़िन्दगी महज़ चार दिन की है -