हूनर जिंदगी जीने का हमे ना सिखाना जनाब,
हम जिंदगी खुद्द की शर्त पर नही,
अपने मा बाप के दिये संस्कारो पे जिते है...!!-
क्या नाम दु में तेरी शकसीयत को जो तू
बेमीसाल सी एक मिसाल खुद में हमेशा रखती हैं..... दुनिया " माँ" केहकर पुकारती है तुझे....
मेरी तो दुनिया ही तुजसे शुरु होती हैं....-
समदंर सा गहरा दिल उसका
वो एक बडी सी लहर बन आया,
थामने की लाख कोशीश बाद भी
हात न उसके लग पाया....!!!-
वक्त के साथ मुस्कुराना सीखना पडा हमे....
वरना कुछ हालातो ने तो गम में जीना सीखाया था...!!!-
चाहतो के बाजार में मुक्कमल
नही होती कभी ख्वाइशे हमारी...
जरूरतो के हिसाब से...कभी पुरी
नही होती जिंदगानी हमारी...!!!-
न जाने क्यू हवाओका रुक अब बदल सा गया है
ये मौसम तेरे जाने की खुशी मना रहा है....या गम...??-
अगर उतार चढाव, जिंदगी की
हार जीत चलने ही वाली हैं....
तो बेमतलब के गर्व का करोगे क्या?-
जनाब जरा गौर फर्माना,
जितने गेहरे जज्बात है हमारे,
जितने गेहरे जज्बात हैं हमारे....
उससे कही ज्यादा गेहरे जख्मो
से तालूख रहा है हमारा....😊-