इतना याद करो के खुद रह पाओ उसके बिना
वरना क्या होगा एक दिन रह जाओगे उसके बिना
© सुहैल अनवर-
मंजिल नहीं मिली तो क्या टूट जाऊंगा मैं
ठोकर लगेगी तो क्या गिर जाऊंगा मैं
बेबस हुआ हूं कुछ तो लाचार हूं नहीं मैं
अब देखना है यह के होशियार हूं नहीं मैं
© सुहैल अनवर-
भुला नहीं हूं मैं कुछ भी
हर सितम है याद मुझे
अपना कहकर अनजान करके भी
हर घड़ी तू रहता है याद मुझे
© सुहैल अनवर-
हूं एक आवारा परिंदा
शहर शहर में फिरता हूं
घर छोड़ दिया कब का
अब लौटने में डरता हूं
© सुहैल अनवर-
तेरा निशां भी मिट जायेगा
शिफा की बारिशें होगी जब
तेरा दीया भी बुझ जायेगा
फिज़ा में बारिशें होगी जब
© सुहैल अनवर-
कागज़ मिला है मुझको विरसे में मेरे यार
कलम मिला है मुझको सिक्के में मेरे यार
© सुहैल अनवर-
दौर ए मुश्किल में आ गया है ज़माना
हाय कैसा हो गया है अब ज़माना
ना किसी को किसी की पड़ी है
जैसे खो सा गया है अब ज़माना
© सुहैल अनवर-
पर खोल तेरे ज़माने से ना डर
उड़ान भर ऊंची आज़माने से ना डर
© सुहैल अनवर-
•अल्हम्दुलिल्लाह•
तू कर तो सही इबादत
हर बार करम होगा
तू मांग ज़रा दिल से
हर बार असर होगा
© सुहैल अनवर-