मेरे जैसे व्यक्ति को जाने दें
जिस पर तुम विश्वास करतीं हो
उसके रुकने की कामना करती हो उसके इंतजार में रहती हो,
उसके लिए घुटने टेकती हो, विश्वास को सेतु बनाती हो,
बुराई पर विजय पाने और भलाई का स्वागत करती हो,
परन्तु कुछ जारी है-
वह भाषा सुझावों से भरी है,
बुराई के रास्ते में, वो अभी भी गुमनाम हैं...
और ना निराश होना"
उसकी हड्डियों के बगल में आपके जन्मदिन का संगीत जारी है।
वह तुम्हें वही देना चाहता है
जो पहले से तुम्हारा है।....
जब वह अपनी आंखें खोलता है
तो तुम वही हो जो वह देखना चाहता था।....
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