तू साल भर तो नहीं आता, ईद के बहाने आजा।
मैं कब से घर में बंद हूँ, मुझे चांद दिखाने आजा।
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जिसने अपनी होली, दिवाली छोड़ कर तुझे अपनाया।
तूने तो उसे ईद पर भी गले नहीं लगाया।
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मुझे जितने अच्छे लोग नहीं मिले ज़िन्दगी में,
उससे कई ज़्यादा अच्छी किताबे मिली।
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कभी मुट्ठी में होता सारा जहां, कभी खुद से ही होती इतनी शर्मिंदगी।
एक ही पल में जैसे बिखर जाती है यहां सारी ज़िन्दगी।
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The day started with anxiety and ended with migraine.
Stress has it's hidden effects and gives unnecessary pain.
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कितना शांत सा लगता है पर असल में ये एक गूँजता सन्नाटा है।
जो रौशनी में सदा चमकता मिले, उसका असली रंग अंधेरे में ही नज़र आता है।
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And now I can't love people anymore.
But just make sure that atleast i don't hate you.
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तेरी आँखों को ही देख कर तुझपे भरोसा किया था,
अब जो टूट गया तो इसमें मेरी आँखों की खता है क्या।
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दो नैन तिहारे उसे देखने को जो तरस गए,
बिरह में ना जाने कितने सावन यूं ही बरस गए।
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सुकून - ए - दिल की तलाश में जब भी जाओगे।
सब कुछ मिलेगा तुम्हें सुकून के सिवा।
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