वह लोगों में शामिल नहीं हो सका,
वह महसूस नहीं कर सका।
दुकान, बाजारों और बकबक करने वाले
लोगों के बीच घृणित महसूस करता, "
किन्तु वह तर्क समझ सकता था;
वह पढ़ सकता था,
उदाहरण के लिए वह अपना हिसाब जोड़ सकता था;
उसका दिमाग एकदम सही था;
तो गलती तो दुनिया की ही होगी-
कि वह कुछ महसूस नहीं करता था।.....
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