नि:शब्द हूं नि:स्वार्थ हूं
तेरे लिए तेरे साथ हूं-
2 APR 2019 AT 16:00
मेरे हर बुझे हुए ख़्वाबों को
हर बार बस ये हल्की सी रोशनी आकर,
फिर से रोशन कर जाती है...-
मेरे हर बुझे हुए ख़्वाबों को
हर बार बस ये हल्की सी रोशनी आकर,
फिर से रोशन कर जाती है...-