QUOTES ON #DIVINELIGHT

#divinelight quotes

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22 MAR 2021 AT 20:05

जब किरदार नूर की रौशनी से मुनव्वर हो जाए
और वो नूर चेहरे को नूरानी कर दें तो फिर वो
सफर ए रूहानी पर निकल पड़ता है और
अपने किरदार की खुशबू से सबको सुकून देता है

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13 SEP 2020 AT 16:34

There were some villages where there was no mode of education. There the kids had the thirst to learn and bring some goodness to their place, but the outside world was unaware of their living.
There came an angel and spread her divine light of knowledge and wisdom to those energetic kids and enlightened them with her education.
The Divine light need not to be a real light which flashes reflection but it is the light which brings the ray of hopes and paves the way for the betterment of others well being.
Be a divine light, let your education be someone's eye opener.

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24 AUG 2019 AT 11:06

divine light
To remove the
darkness and
negativity
from your life

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Piya andaz bhi h nirala agr jo btau to
Khamosh fir bhi Bat krte bhi lge chup se




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दृश्य:रूप और प्रगट:स्वरूप



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Jhan k samndr se behtr khud ko mana h
Hmne khud ke dil ki gahrayo ko jana h

Alfaz jha nhi pahuchte tb sunai deta h
Itna krib se ruh-dil ko hmne pahchana h


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Divine soul sound:- "inspiration"
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हम सोचते है हम वक्त को बदल दे
वक्त सोचता है वो हमें हमे बदल दे

अपनी जिन्दगी से समजा ये बड़ा उसूल
जब वक्त न बदले हमारे कितना भी चाहने से
समज लेना जरूरी होता है फिर
वक्त हमे बदलकर हमारे जीवन मे कोई बहोत बड़ा बदलाव लाना चाहता है जो वक्त की मांग है

और वक्त के साथ बदलने की पूरी तैयारियां
जीवनव्यवस्था का एक ऐसा अदृश्यपहलू होता है वह बाद मैं जीवनदैरान ही मालूम होता है कि हमे परिस्तिथियों के हिसाब से क्यु बदलाव मे ढलना पड़ा

हमारे बदलने की मांग बहोत लोगो के लिए उनको दिया गया वो जवाब होता है जो वक्त हमे बदलकर देना चाहता है
वक्त जो जवाब देता है वह जवाब समयके अनुसार सच साबित होता हे हमारे चाहने से वक्त न बदले तो हमे समर्पित अवस्था धारण करके अपने ईष्टदेव पर पूरा श्रद्धा रखकर जीवन का स्वीकारवृति के भाव से हमारा आनेवाला कल आज से भी और बेहतरीन हो जाता है
वक्त हमे क्यु बदलना चाहता था वह हम समझने लगते है
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Rb chahkr bhi kbhi Ruthte nhi h hmse

Insano ko n jane kya rhi hmse sikhayte.



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आसमाँ की सच्चाई और जमीं की वास्तविकता
दोनों भिन्न होते हुए भी अभिन्न रूपसे परस्पर स्थापित है,
हर युग मे अलग किये गए और होते गए फिर भी दोनों के
"मूल के मूल्य"- सदा शाश्वत है.

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ना प्रेम किसी से लिया जा सकता है
ना प्रेम किसी को दिया जा सकता है

लेन-देन व्यापारी-व्यवहार हिसाबीजगतचक्र का है
प्रेमभाव जगतसे परे की दिव्यभूमि की दिव्यता है

प्रेममे सिर्फ हमारा"स्व का होना"-जीना हो सकता है
ह्दयँमे करुणाकल्याणभाव बन ह्दयँसेे रहे सकता है.



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