ना कर फ़िक्र की जमाना क्या सोचेगा...
जमाने को अपनी ही फ़िक्र से फुर्सत कहाँ !!-
29 SEP 2020 AT 9:10
18 JAN 2021 AT 17:25
बन गई है कोरोना की वैक्सीन गालिब...
लाइलाज फिर से बेचारा इश्क़ ही रह गया !!!-
21 JUN 2021 AT 14:41
जब भी गुब्ब्बारे फूल जाते हैं...
पहले क्या थे, ये भूल जाते हैं!!-
3 SEP 2020 AT 22:11
हिचकियां आये तो पानी पी लिजिए....
रिश्तों में अब याद करने का रिवाज नहीं है !!-
30 AUG 2020 AT 10:00
चार दिन की ज़िन्दगी, मैं किस से कतरा के चलूँ...
ख़ाक़ हूँ, मैं ख़ाक़ पर, क्या ख़ाक़ इतरा के चलूँ !!-
13 SEP 2020 AT 21:32
हाल पूछती नहीं दुनिया जिंदा लोगों की...
चले आते हैं ज़नाज़े पे बारात की तरह !!-
21 AUG 2020 AT 19:10
माना की वक़्त, सता रहा है...
मगर कैसे जीना है, वो भी तो बता रहा है !!-