ज़िंदगी भर तो हुई गुफ़्तुगू ग़ैरों से मगर ..
आज तक हम से हमारी न मुलाक़ात हुई!!-
maliksaaheb .
(maliksaaheb)
45 Followers · 1 Following
Joined 20 January 2018
19 MAY 2023 AT 15:10
4 DEC 2021 AT 13:46
अपने अहम को थोड़ा-सा झुका कर चलिए....
सब अपने लगेंगे, जरा-सा मुस्कुरा कर चलिए..!!-
30 NOV 2021 AT 16:30
बाजार बड़ा मंदा है "साहब"
खुशी की किल्लत है और गम कोई खरीद नही रहा!!-
30 NOV 2021 AT 14:13
ताक में दुश्मन भी थे और मेरे अज़ीज़ भी,
पहला तीर किसने मारा..ये कहानी फिर कभी !!-
16 NOV 2021 AT 12:48
ठंड बढ़ रही है ख्याल रखा करो अपना..
लोग आंसू पोंछ देंगे पर नाक नही!!
😜😂🤣-
2 NOV 2021 AT 23:59
कभी महसूस कीजिए.... तपिश लफ्जों की,
लिखते नहीं हम दर्द... वाह-वाह सुनने के लिए!!-
26 OCT 2021 AT 15:50
चाहत है फ़ायदे की तो बाँटो मुहब्बतें...
नफ़रत के कारोबार में नुक़सान हैं बहुत!!-
15 OCT 2021 AT 14:18
घर से निकलते हुए सब कहते है...
आओ रावण दिखा कर लाते है !!
कोई ये नहीं कहता...
आओ राम से मिलवाकर लाते है!!-
20 SEP 2021 AT 19:28
अब उसी के वास्ते घर में कोई कमरा नहीं..
वो जो इस घर के लिए सारी जवानी दे गया!!-