Hitesh Hampus 25 JUL 2019 AT 6:47 आज स्कूल को लौटा तो एहसास हुआ वो लकड़ी के फट्टे बहुत अच्छे थे इन ऑफिस की आरामदायक कुर्सियों से..... - Abhishek Raman 26 SEP 2020 AT 22:08 मोहब्बत की बातें भले ही न कर सका तुझसे,पर इन फिज़ाओं को आज भी मेरा प्यार याद है,ओर अब तुमसे दूर होने की बात क्या करे ,तेरा ज़िक्र अब मेरे अल्फाजों में एक किरदार है। - Sonu Verma 21 MAY 2022 AT 23:29 खामोशीयाँ सुनो मेरी भी... इनमें बहुत शोर है... और हमें इश्क़ है उससे... मगर उसके दिल में कोई और है... - Vikas Sharma 6 SEP 2018 AT 21:04 I relinquished some entourages from my life, and now no one ensnares me........ -