अब नही है कद्र कोई यहाँकिसी को एहसासों की...हर किसी को फिक्र है तो बसमतलब के ताल्लुक़ातो की...!! -
अब नही है कद्र कोई यहाँकिसी को एहसासों की...हर किसी को फिक्र है तो बसमतलब के ताल्लुक़ातो की...!!
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रुतबा तो खामोशियों का होता है...शब्दों का क्या...वो तो बदल जाते हैं,अक्सर हालात देखकर ! -
रुतबा तो खामोशियों का होता है...शब्दों का क्या...वो तो बदल जाते हैं,अक्सर हालात देखकर !
पहले उलझते थे हर बात पर, अब खामोशी से हार मान लेते है, कुछ हादसों ने हमें समझदार बना दिया !! -
पहले उलझते थे हर बात पर, अब खामोशी से हार मान लेते है, कुछ हादसों ने हमें समझदार बना दिया !!
तुम्हारे बाद मैंने कोई ख्वाब नहीं देखा मेरी जिन्दगी की हर ख्वाहिश के पूर्णविराम हो तुम -
तुम्हारे बाद मैंने कोई ख्वाब नहीं देखा मेरी जिन्दगी की हर ख्वाहिश के पूर्णविराम हो तुम
🍁उल्फतें, उलझने, रंजिशें और थकावट...बस यूँ ही एक दिन और बीत गया ज़िन्दगी का ! -
🍁उल्फतें, उलझने, रंजिशें और थकावट...बस यूँ ही एक दिन और बीत गया ज़िन्दगी का !
मैं हमेशा मासूम रहने की कोशिश करता हूँ , लेकिन ये जिंदगी और समय दिन प्रति दिन समझदार किये जा रही है !!! -
मैं हमेशा मासूम रहने की कोशिश करता हूँ , लेकिन ये जिंदगी और समय दिन प्रति दिन समझदार किये जा रही है !!!
कर लेता हूं खुद को अलग अब हर बहस से. क्योंकि अब मैं और रिश्ते नही तोड़ना चाहता... -
कर लेता हूं खुद को अलग अब हर बहस से. क्योंकि अब मैं और रिश्ते नही तोड़ना चाहता...
चापलूस होना इतना आसान नही है।उसके लिए चीनी से ज्यादा मीठा बोलना पड़ता है।। -
चापलूस होना इतना आसान नही है।उसके लिए चीनी से ज्यादा मीठा बोलना पड़ता है।।
जिसे तुम जानते हो वो अतीत है मेरा अब जो हूँ उसे कोई पहचानता नही -
जिसे तुम जानते हो वो अतीत है मेरा अब जो हूँ उसे कोई पहचानता नही