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When someone breaks your trust,
But in good intentions, which eventually
lead to a good deed, do you forgive
and trust that person fully ever again...?-
By the way...
You lied in a very beautiful and trustworthy way !!-
उस सख्स को कभी मैने अपनी शायरी बनाया ही नहीं,
वो खुश था बहुत मुझसे दूर किसी और की पनाह में जाकर,
उसकी खुशी देख खुद का टूटना किसी को जताया ही नहीं,
शहर बदला, पता बदला फिर वो शख्स खुद बदल गया एक दिन,
फिर उसके बाद मेरा उससे कभी कोई वास्ता रहा ही नहीं,
था एक वक़्त कभी जब बेन्तेहां प्यार करती थी मैं उससे,
चाहत में उसी के मैं टूटकर बिखर गई एक दिन,
पर अब वक़्त बदला, हालात बदले फिर एक रोज़ बदली मैं भी,
अब उससे और उसकी कही हर बात से बेन्तेहां नफ़रत है मुझे,
उसका जिक्र तक करना किसी से अब मुझे पसंद नहीं...!
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Love & Trust
He always said
Love is forever
-But never meant
His words .
He made promises
Love as a must ,
- But broke her trust .
He parted ways
And love reduced
- Like remains of dust .
Here she is stuck
Among love and trust ,
And the world goes on
- As it must .
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I am a good enough person to forgive you ,
But not stupid enough to trust you again.-
चुभ जाती हैं इतनी ज्यादा कभी कभी कुछ लोगों की बातें,
की मेरा दिल ही ये सोचने पर मुझे मजबूर कर देता है,
की क्या सच में मैं इतनी ज्यादा बुरी हूँ...?
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उलझी है हर डोर जिन्दगी की,
उम्मीद के सहारे वक़्त रुका है मेरा,
किसी ने ना सुनी फरियाद मेरी,
हर मन्दिर-मस्जिद सिर झुका है मेरा,
मुस्कुराती हूँ अब अपनी ही बेबसी पर मैं,
यूँ तो बेन्तेहां दिल दुखा है मेरा,
भरोसे ने ही आज तोड़ा है मुझे,
वरना वो एक शख्स तो जैसे खुदा था मेरा...!
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मैनें बोला था उनसे की,
चाहे तो क़त्ल कर देना मेरा,
चाहे तो मार देना मुझे,
ये सब सहन हो जायेगा,
पर मेरे भरोषे का क़त्ल कभी मत करना,
मेरे दिल को कभी मत मारना,
पर उन्होँने तो खंजर उठाया,
और मेरे भरोषे पर ही वार कर दिया,
मुझे जिन्दा रखा और मेरे दिल को मार दिया...!-